जो लड़ा उसने ही सब पाया ओ सत्य का बीड़ा हम उठा रहे हैं जो लड़ा उसने ही सब पाया ओ सत्य का बीड़ा हम उठा रहे हैं
मानव के लालच की खातिर, हम जीवन से मरहूम हुए। मानव के लालच की खातिर, हम जीवन से मरहूम हुए।
हरा -भरा यह उपवन प्यारा है जग में सबसे सुंदर न्यारा। हरा -भरा यह उपवन प्यारा है जग में सबसे सुंदर न्यारा।
वह अब उस पर इल्जाम लगाता की बदल गई है वो पहले सी नहीं रही...। वह अब उस पर इल्जाम लगाता की बदल गई है वो पहले सी नहीं रही...।
जो अक्सर गुजरती है मुझसे और धड़धड़ा कर चली जाती है। जो अक्सर गुजरती है मुझसे और धड़धड़ा कर चली जाती है।
फिर से हौसला बढ़ाती है, उत्साह से हर तिनके साथ। फिर से हौसला बढ़ाती है, उत्साह से हर तिनके साथ।